राजस्थान
राज्य में ''राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन
कार्यक्रम'' वर्ष 1970-71 कुष्ठ नियंत्रण
कार्यक्रम के रूप में शुरू था। जिसे वर्ष 1981-82
में ''राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम''
नाम दिया गया।
कार्यक्रम
के मुख्य उद्देश्य:-
- कुष्ठ
रोग को प्राथमिक अवस्था में पहचान कर शीघ पूर्ण
उपचार करना।
- संक्रामक
रोगियों का शीघ्र उपचार कर संक्रमण की रोकथाम।
- नियमित
उपचार द्वारा विकलांगता से बचाव।
- विकृतियों
का उपचार कर रोगियों को समाज का उपयोगी सदस्य बनाना।
- स्वास्थ्य
शिक्षा द्वारा समाज में इस रोग क सम्बन्ध में
फैली गलत अवधारणाओं को दूर करना।
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